किडनी स्टोन बनने के पीछे क्या कारण है और किन उपायों को अपनाकर इसे रोका जा सकता है ? जानिये !!

 स्टोन बनने के पीछे क्या कारण

आपके गुर्दे में एक पथरी एक अनियमित आकार का ठोस पदार्थ या क्रिस्टल होता है जो रेत के दाने जितना छोटा भी  हो सकता है और उससे कई गुना बड़ा भी हो सकता है। आपके गुर्दे की पथरी (किडनी स्टोन) के आकार के आधार पर,


आपको पता भी नहीं चलेगा कि यह आपके किडनी में है। कई बार छोटे स्टोन आपके शरीर में अधिक दर्द से सकते है क्योकि जब वो टूट के आपके शरीर से बाहर निकलती है तो यह घाव और दर्द पैदा कर सकती है। अगर आप अपना पानी का सेवन बढ़ा लेते है तो यह किडनी स्टोन को जल्दी बाहर निकालने में मददगार हो सकता है। 




लेकिन एक बड़ी पथरी आपके मूत्रवाहिनी (युरेटर)  में फंस सकती  है। जब ऐसा होता है, तो पथरी की रगड़ से रक्तस्राव हो सकता है और यूरिन करने में तेज़ दर्द और परेशानी भी हो सकती है। आपको ऐसे स्टोन के लिए सर्जरी की आवश्यकता भी हो सकती है। 


गुर्दे की पथरी कितनी आम है?


कई शोधकर्ताओं ने निष्कर्ष निकाला है कि दस में से लगभग एक व्यक्ति को अपने जीवनकाल में गुर्दे की पथरी होना सामान्य बात है । बच्चों में गुर्दे की पथरी वयस्कों की तुलना में बहुत कम होती है लेकिन वे भी उन्हीं कारणों से होती हैं।


गुर्दे की पथरी होने की सबसे अधिक संभावना किसे है? जोखिम कारक क्या हैं?

30 से 40 वर्ष के पुरुषों में गुर्दे की पथरी होने की संभावना सबसे अधिक होती है। लेकिन अभी तक कोई ऐसा प्रमाण नहीं है, किसी को भी गुर्दे की पथरी हो सकती है।


गुर्दे की पथरी के बनने के पीछे कई जोखिम कारक हैं। इसमे शामिल है:


  • पर्याप्त तरल पदार्थ नहीं पीना।

  • ऐसा आहार लेना जिसमें पथरी बनाने वाले पदार्थ शामिल हों (उदाहरण के लिए फॉस्फेट, मांस, मछली, बीन्स और अन्य प्रोटीन युक्त खाद्य पदार्थों में होता है)।

  • गुर्दे की पथरी का पारिवारिक इतिहास होना।

  • आपके मूत्र पथ में रुकावट होना।



कुछ चिकित्सीय स्थितियाँ भी आपके पथरी के विकास के जोखिम को बढ़ा सकती हैं। ऐसा इसलिए है क्योंकि वे गुर्दे की पथरी बनाने वाले पदार्थों के स्तर को बढ़ा या घटा सकते हैं। इन शर्तों में शामिल हो सकते हैं:


  • Hypercalciuria (आपके मूत्र में कैल्शियम का उच्च स्तर)

  • उच्च रक्तचाप 

  • मधुमेह 

  • मोटापा

  • ऑस्टियोपोरोसिस 

  • किडनी सिस्ट 

  • पैराथायरायड रोग

  • सूजन आंत्र रोग और पुरानी दस्त



किडनी स्टोन बनने में कितना समय लगता है?


आपके शरीर  में आपको पता चले बिना कई वर्षो तक किडनी स्टोन आपके शरीर में रह सकता है। जब तक ये पथरी आपकी किडनी में अपनी जगह पर रहती है, तब तक आपको कुछ भी महसूस नहीं होगा। गुर्दे की पथरी से दर्द आमतौर पर तब शुरू होता है जब यह आपके गुर्दे से बाहर निकल जाता है। कभी-कभी, कुछ महीनों के भीतर भी पथरी बहुत तेज़ी से बन सकती है।  


गुर्दे की पथरी के सबसे सामान्य प्रकार क्या हैं?

किडनी स्टोन का सबसे आम प्रकार कैल्शियम ऑक्सालेट स्टोन है। यह तब होता है जब  आप अधिक कैल्शियम ऑक्सालेट वाली चीज़े खाए और यह आपके किडनी में धीरे धीरे जमा होने लगे। कम मात्रा में पानी पिने और अस्वस्थ जीवनशैली जीने के कारण भी किडनी स्टोन होने की संभावना बहुत अधिक बढ़ जाती है।  


गुर्दे की पथरी किन कारणों से होती है?

गुर्दे की पथरी आपके यूरिन में मौजूद अपशिस्ट पदार्थों से बनती है। पदार्थ जो बाद में स्टोन या पथरी में बदल जाते  हैं, इसके अलावा सामान्य रूप से जब आप बहुत काम मात्रा में पानी पीते है औरअधिक मात्रा में नमक, चीनी तेल और मसाला खाते है तो यह किडनी स्टोन बनने की संभावना को काफी हद तक बढ़ा देता है।



इसके अलावा कई अन्य कारण भी है जो किडनी स्टोन को बढ़ावा देते है , जैसे -

  • कम मात्रा में पानी पीना 

  • यूरीन में केमिकल  की अधिकता

  • शरीर में मिनरल्स की कमी

  • डिहाइड्रेशन

  • विटामिन डी की अधिकता

  • जंक फूड का अति सेवन


गुर्दे की पथरी को कैसे रोका जा सकता है?

गुर्दे की पथरी के जोखिम को कम करने के कई तरीके हैं, जिनमें शामिल हैं:


  1. पानी पिएं- हर दिन कम से कम छह से आठ 8-औंस गिलास पानी पिएं। हाइड्रेटेड रहने से आपको अधिक बार पेशाब करने में मदद मिलती है, जो गुर्दे की पथरी पैदा करने वाले पदार्थों के निर्माण को "फ्लश" करने में मदद करता है। अगर आपको बहुत पसीना आता है, तो और भी अधिक पानी पिने का प्रयास करे। 


  1. नमक/चीनी कम करे - बहुत अधिक मात्रा में नमक और चीनी के प्रयोग से भी किडनी स्टोन बनने की संभावना बढ़ जाती है क्योकि नमक और चीनी के क्रिस्टल धीरे धीरे किडनी में जमने लगते है और किडनी स्टोन को बनाने लगते है।  


  1. वजन नियंत्रित रखे - बहुत अधिक वजन होने से शरीर के सभी अंगो को सही से कार्य करने की क्षमता पर प्रभाव पड़ता है।  जिससे धीरे- धीरे किडनी स्टोन बनने लगता है।  इसलिए वजन पे नियंत्रण बहुत जरूरी है।  



  1. किडनी डीटॉक्स करे- आज कल जैसा तला भुना और मसालेदार भोजन हम कर रहे है उसकी वजह से हमारी किडनी पे बहुत बुरा असर पड़ता है  और उसका फंक्शन भी रुक जाता है।  इसलिए हम सबको समय- समय पर अपनी किडनी को डीटॉक्स करते रहना चाहिए।  किडनी को डीटॉक्स करने के लिए घरेलु उपायों के साथ- साथ नेचुरल दवाओं जैसे मार्क यूरो 5 से भी किडनी डीटॉक्स किया जा सकता है।  


स्वस्थ जीवनशैली अपनाये - अपने शरीर को स्वस्थ रखने के लिए अच्छे भोजन  के साथ साथ अच्छी दिनचर्या देना भी जरूरी है। 

समय पर जागना , स्वच्छ पानी पीना , कसरत करना और घूप लेना इन सभी स्वस्थ आदतों को अपनाकर किडनी स्टोन से बचा जा सकता है और स्वास्थय में भी सुधार लाया जा सकता है।

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